संदेश

दिसंबर, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

उत्तरकाशी टी 20 क्रिकेट मैच में सुरेश के शतकीय पारी के चलते पत्रकार इलेवन की होटल एसोसिएशन पर 14 रन से हुई रोमांचक जीत

चित्र
अरण्यरोदन टाइम्स उत्तरकाशी खेल विभाग के मनेरा स्टेडियम में रविवार को पत्रकार मित्र व होटल एसोसिएशन उत्तरकाशी के बीच हुए मैत्री क्रिकेट मैच पत्रकार मित्र की टीम ने 14 रनों से जीता। मैन आफ दी मैच का खिताब शतकीय पारी के साथ 3विकेट लेने वाले सुरेश बरसियाटा को दियागया। समापन अवसर पर उप क्रीड़ाधिकारी निधि बिंजोला ने विजेता और उप विजेता टीम को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।     मनेरा स्टेडियम में आयोजित मैच में सबसे होटल एसोसिएशन की टीम के कप्तान शैलेंद्र मटूड़ा और पत्रकार मित्र टीम के कप्तान शैलेंद्र गोदियाल के बीच टॉस हुआ। पत्रकार मित्र के कप्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया। पत्रकार मित्र की टीम की शुरुवात अच्छी हुई पहला विकेट के लिए शानदार  75 रन की साझेदारी हुई।सुरेश की शानदार शतकीय पारी के वाबजूद 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 189 रन बनाए। पत्रकार मित्र की टीम से सुरेश ने नाबाद 100 रन, बलवीर परमार ने 26, सुनील मौर्य ने 20 रन का योगदान दिया। जबकि होटल एसोसिएशन की ओर से शैलेंद्र मटूड़ा, विमल सेमवाल, धनपाल ने दो-दो विकेट लिये।   जवाब में उतरी होटल एसोसिएशन की टीम  20 ओवर में आठ

कांग्रेस को बैठे बैठे ही मिल रही है हिस्सेदारी

चित्र
अरण्यरोदन टाइम्स ब्यूरो  पिछले दो महीनों में राजनीतिक हलकों में ऐसा कुछ हुआ, जिससे कांग्रेस (Congress) की बिन मांगी मुराद पूरी हो गई. यूं कहें कि कांग्रेस बैठे-बिठाए बिना कुछ किए धरे दो राज्‍यों में सत्‍तानशीन हो गई. महाराष्‍ट्र (Maharashtra) में चुनाव की घोषणा होने से लेकर चुनाव परिणाम घोषित होने तक कांग्रेस के लिए पाने को कुछ भी नहीं था, लेकिन बीजेपी (BJP) और शिवसेना (Shiv Sena) में रार के चलते कांग्रेस न केवल सत्‍ता में भागीदार हो गई बल्‍कि विधानसभा स्‍पीकर (Speaker) सहित कई मंत्रियों के पर भी हथिया लिया. यह हाल तब है, जब महाराष्‍ट्र में कांग्रेस के बड़े नेताओं की रैली के नाम पर केवल राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एकाध सभाएं की थीं. अब झारखंड (Jharkhand) में भी कांग्रेस सत्‍ता में भागीदार हो गई है, जबकि पार्टी ने इसके लिए उतने संसाधन नहीं झोंके थे. महाराष्‍ट्र की बात करें तो विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को ढंग के प्रत्‍याशी ढूंढे नहीं मिल रहे थे. कई बड़े नेता पार्टी छोड़कर या तो बीजेपी या फिर शिवसेना में शामिल हो चुके थे. चुनाव में कांग्रेस खुद यह मानकर चल रही थी कि उसके लिए चुनाव

गंगोत्री विधायक गोपाल रावत का प्रयास जारी

चित्र
अरण्यरोदन टाइम्स ब्यूरो माननीय सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित उच्च अधिकार प्राप्त समिति (एचपीसी) के अध्यक्ष प्रोफेसर रवि चोपड़ा की अगुवाई में 9 सदस्यीय टीम गुरूवार को उत्तरकाशी पहुंची। आलवेदर सड़क निर्माण कार्यो के निरीक्षण व क्षेत्र भ्रमण के उपरान्त शनिवार को एचपीसी के अध्यक्ष श्री चोपड़ा ने जीएमवीएन गेस्ट हाऊस में मीडिया से बातचीत की। इस मौके पर गंगोत्री विधायक गोपाल सिंह रावत भी टीम से मिलने पहुँचे। उत्तरकाशी के पीड़ा को बखूबी गंगोत्री विधायक ने टीम के सामने रखे। आल वेदर सड़क पर बदलाव न हो साथ स्थानीय लोगो को रोजगार भी बना रहे गंगोत्री विधायक ने टीम मेंबर के साथ बात की। एचपीसी के अध्यक्ष प्रोफेसर श्री रवि चोपड़ा ने कहा कि इस क्षेत्र में मुख्य रूप से इको सेंसेटिव जोन है माननीय सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा निर्देश मिले हैं कि इस क्षेत्र में इको सेंसेटिव जोन की गाइड लाईन के अनुसार आलवेदर सड़क निर्माण का कार्य हो रहें या नहीं इसके निरीक्षण व मॉनिटरिंग करने एचपीसी कमेटी आयीं हुई हैं। उन्होंने कहा कि गांव वाले चाहतें है कि सुखीटॉप को सड़क मिले इस हेतु उनकी बात पहले से ही जोनल मास्टर प्लान में आ चुकी

सड़क को लेकर ग्रामीणों का हल्ला बोल। जनपद उत्तरकाशी के सुस्त सिस्टम को ग्रामीणों ने चेताया।

चित्र
अरण्यरोदन टाइम्स ब्यूरो। उत्तराखंड बनने के बाद  आजतक गाँव मे सड़क न पहुँचने से नाराज मंडियासारी गाँव के ग्रामीणों ने सिस्टम को चेताते हुए लोक निर्माण विभाग और जिला प्रसासन के खिलाफ गाँव के ही मंदिर के सामने एक दिन के लिए धरने पर बैठ गए है । इस धरने पर खास बात यह है इसमें  सबसे ज्यादा बुजुर्ग महिलाएं धरने पर बैठ कर सिस्टम के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन कर रही है।ग्रामीण ने जिला प्रसासन और लोक निर्माण विभाग को 15दिन में सड़क कार्य शुरू करने की चेतावनी दी है।आक्रोशित  ग्रामीणों का कहना है कि गाँव की सड़क का कार्य 15दिन में शुरू नही होता है तो  ग्रामीण बच्चे लेकर लोक निर्माण विभाग के कार्यलय में धरने पर बैठ जायेगे।  आपको बता दे ग्रामीण पिछले साल भी 3माह के लिए धरने पर बैठे थे। प्रसासन के आगे आने के बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त किया था । पिछले दो सालों से कई बार चक्कर काटने के बाद भी सड़क का कार्य शुरू नही हुआ है। जिससे ग्रामीणों का सब्र जवाब देने लगा है। ग्रामीण विभाग और जिला प्रसासन  के सुस्त रवैया से बेहद खफा है। जिसके चलते ग्रामीणों ने बुजुर्ग महिलाओ के साथ धरना प्रदर्शन किया है। ग्रामीणों क